महाभारतम् — 12.321.17
Original
Segmented
धर्मस्य कुल-संतानः महान् एभिः विवर्धितः अहो हि अनुगृहीतः ऽद्य धर्म एभिः सुरैः इह नर-नारायणाभ्याम् च कृष्णेन हरिणा तथा
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
धर्मस्य | धर्म | pos=n,g=m,c=6,n=s |
कुल | कुल | pos=n,comp=y |
संतानः | संतान | pos=n,g=m,c=1,n=s |
महान् | महत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
एभिः | इदम् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
विवर्धितः | विवर्धय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
अहो | अहो | pos=i |
हि | हि | pos=i |
अनुगृहीतः | अनुग्रह् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
ऽद्य | अद्य | pos=i |
धर्म | धर्म | pos=n,g=m,c=1,n=s |
एभिः | इदम् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
सुरैः | सुर | pos=n,g=m,c=3,n=p |
इह | इह | pos=i |
नर | नर | pos=n,comp=y |
नारायणाभ्याम् | नारायण | pos=n,g=m,c=3,n=d |
च | च | pos=i |
कृष्णेन | कृष्ण | pos=n,g=m,c=3,n=s |
हरिणा | हरि | pos=n,g=m,c=3,n=s |
तथा | तथा | pos=i |