महाभारतम् — 12.320.10
Original
Segmented
सो ऽविशङ्केन मनसा तथा एव अभ्यपतत् शुकः ततः पर्वत-शृङ्गे द्वे सहसा एव द्विधा कृते अदृश्येताम् महा-राज तद् अद्भुतम् इव अभवत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सो | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽविशङ्केन | अविशङ्क | pos=a,g=n,c=3,n=s |
मनसा | मनस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
तथा | तथा | pos=i |
एव | एव | pos=i |
अभ्यपतत् | अभिपत् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
शुकः | शुक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ततः | ततस् | pos=i |
पर्वत | पर्वत | pos=n,comp=y |
शृङ्गे | शृङ्ग | pos=n,g=n,c=1,n=d |
द्वे | द्वि | pos=n,g=n,c=1,n=d |
सहसा | सहसा | pos=i |
एव | एव | pos=i |
द्विधा | द्विधा | pos=i |
कृते | कृ | pos=va,g=n,c=1,n=d,f=part |
अदृश्येताम् | दृश् | pos=v,p=3,n=d,l=lan |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
राज | राज | pos=n,g=m,c=8,n=s |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
अद्भुतम् | अद्भुत | pos=n,g=n,c=1,n=s |
इव | इव | pos=i |
अभवत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |