महाभारतम् — 12.320.1
Original
Segmented
भीष्म उवाच इति एवम् उक्त्वा वचनम् ब्रह्म-ऋषिः सु महा-तपाः प्रातिष्ठत शुकः सिद्धिम् हित्वा लोकान् चतुर्विधान्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
भीष्म | भीष्म | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
इति | इति | pos=i |
एवम् | एवम् | pos=i |
उक्त्वा | वच् | pos=vi |
वचनम् | वचन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
ब्रह्म | ब्रह्मन् | pos=n,comp=y |
ऋषिः | ऋषि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सु | सु | pos=i |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
तपाः | तपस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
प्रातिष्ठत | प्रस्था | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
शुकः | शुक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सिद्धिम् | सिद्धि | pos=n,g=f,c=2,n=s |
हित्वा | हा | pos=vi |
लोकान् | लोक | pos=n,g=m,c=2,n=p |
चतुर्विधान् | चतुर्विध | pos=a,g=m,c=2,n=p |