महाभारतम् — 12.319.20
Original
Segmented
ततः समतिचक्राम मलयम् नाम पर्वतम् उर्वशी पूर्वचित्तिः च यम् नित्यम् उपसेवते ते स्म ब्रह्मर्षि-पुत्रस्य विस्मयम् ययतुः परम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ततः | ततस् | pos=i |
समतिचक्राम | समतिक्रम् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
मलयम् | मलय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
नाम | नाम | pos=i |
पर्वतम् | पर्वत | pos=n,g=m,c=2,n=s |
उर्वशी | उर्वशी | pos=n,g=f,c=1,n=s |
पूर्वचित्तिः | पूर्वचित्ति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
यम् | यद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
उपसेवते | उपसेव् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
स्म | स्म | pos=i |
ब्रह्मर्षि | ब्रह्मर्षि | pos=n,comp=y |
पुत्रस्य | पुत्र | pos=n,g=m,c=6,n=s |
विस्मयम् | विस्मय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
ययतुः | या | pos=v,p=3,n=d,l=lit |
परम् | पर | pos=n,g=m,c=2,n=s |