Original

निरामिषा न शोचन्ति त्यजेहामिषमात्मनः ।परित्यज्यामिषं सौम्य दुःखतापाद्विमोक्ष्यसे ॥ २१ ॥

Segmented

निरामिषा न शोचन्ति त्यज इह आमिषम् आत्मनः परित्यज्य आमिषम् सौम्य दुःख-तापात् विमोक्ष्यसे

Analysis

Word Lemma Parse
निरामिषा निरामिष pos=a,g=m,c=1,n=p
pos=i
शोचन्ति शुच् pos=v,p=3,n=p,l=lat
त्यज त्यज् pos=v,p=2,n=s,l=lot
इह इह pos=i
आमिषम् आमिष pos=n,g=n,c=2,n=s
आत्मनः आत्मन् pos=n,g=m,c=6,n=s
परित्यज्य परित्यज् pos=vi
आमिषम् आमिष pos=n,g=n,c=2,n=s
सौम्य सौम्य pos=a,g=m,c=8,n=s
दुःख दुःख pos=n,comp=y
तापात् ताप pos=n,g=m,c=5,n=s
विमोक्ष्यसे विमुच् pos=v,p=2,n=s,l=lrt