Original

परिग्रहं परित्यज्य भव तात जितेन्द्रियः ।अशोकं स्थानमातिष्ठ इह चामुत्र चाभयम् ॥ २० ॥

Segmented

परिग्रहम् परित्यज्य भव तात जित-इन्द्रियः अशोकम् स्थानम् आतिष्ठ इह च अमुत्र च अभयम्

Analysis

Word Lemma Parse
परिग्रहम् परिग्रह pos=n,g=m,c=2,n=s
परित्यज्य परित्यज् pos=vi
भव भू pos=v,p=2,n=s,l=lot
तात तात pos=n,g=m,c=8,n=s
जित जि pos=va,comp=y,f=part
इन्द्रियः इन्द्रिय pos=n,g=m,c=1,n=s
अशोकम् अशोक pos=a,g=n,c=2,n=s
स्थानम् स्थान pos=n,g=n,c=2,n=s
आतिष्ठ आस्था pos=v,p=2,n=s,l=lot
इह इह pos=i
pos=i
अमुत्र अमुत्र pos=i
pos=i
अभयम् अभय pos=a,g=n,c=2,n=s