महाभारतम् — 12.316.2
Original
Segmented
देव-ऋषिम् तु शुको दृष्ट्वा नारदम् समुपस्थितम् अर्घ्य-पूर्वेण विधिना वेद-उक्तेन अभ्यपूजयत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
देव | देव | pos=n,comp=y |
ऋषिम् | ऋषि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
तु | तु | pos=i |
शुको | शुक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
नारदम् | नारद | pos=n,g=m,c=2,n=s |
समुपस्थितम् | समुपस्था | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
अर्घ्य | अर्घ्य | pos=n,comp=y |
पूर्वेण | पूर्व | pos=n,g=m,c=3,n=s |
विधिना | विधि | pos=n,g=m,c=3,n=s |
वेद | वेद | pos=n,comp=y |
उक्तेन | वच् | pos=va,g=m,c=3,n=s,f=part |
अभ्यपूजयत् | अभिपूजय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |