महाभारतम् — 12.315.50
Original
Segmented
सम्यग् अन्वीक्षताम् बुद्ध्या शान्तया अध्यात्म-नित्यया ध्यान-अभ्यास-अभिरामानाम् यो अमृत-त्वाय कल्पते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सम्यग् | सम्यक् | pos=i |
अन्वीक्षताम् | अन्वीक्ष् | pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part |
बुद्ध्या | बुद्धि | pos=n,g=f,c=3,n=s |
शान्तया | शम् | pos=va,g=f,c=3,n=s,f=part |
अध्यात्म | अध्यात्म | pos=n,comp=y |
नित्यया | नित्य | pos=a,g=f,c=3,n=s |
ध्यान | ध्यान | pos=n,comp=y |
अभ्यास | अभ्यास | pos=n,comp=y |
अभिरामानाम् | अभिराम | pos=a,g=m,c=6,n=p |
यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
अमृत | अमृत | pos=a,comp=y |
त्वाय | त्व | pos=n,g=n,c=4,n=s |
कल्पते | क्ᄆप् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |