महाभारतम् — 12.314.37
Original
Segmented
काङ्क्षामः तु वयम् सर्वे वरम् दत्तम् महा-ऋषिणा षष्ठः शिष्यो न ते ख्यातिम् गच्छेद् अत्र प्रसीद नः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
काङ्क्षामः | काङ्क्ष् | pos=v,p=1,n=p,l=lat |
तु | तु | pos=i |
वयम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=p |
सर्वे | सर्व | pos=n,g=m,c=1,n=p |
वरम् | वर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
दत्तम् | दा | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
ऋषिणा | ऋषि | pos=n,g=m,c=3,n=s |
षष्ठः | षष्ठ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
शिष्यो | शिष्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
ख्यातिम् | ख्याति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
गच्छेद् | गम् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
अत्र | अत्र | pos=i |
प्रसीद | प्रसद् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
नः | मद् | pos=n,g=,c=6,n=p |