महाभारतम् — 12.314.25
Original
Segmented
एभिः शिष्यैः परिवृतो व्यास आस्ते महा-तपाः तत्र आश्रम-पदम् पुण्यम् ददर्श पितुः उत्तमम् आरणेयो विशुद्ध-आत्मा नभसि इव दिवाकरः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
एभिः | इदम् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
शिष्यैः | शिष्य | pos=n,g=m,c=3,n=p |
परिवृतो | परिवृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
व्यास | व्यास | pos=n,g=m,c=1,n=s |
आस्ते | आस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
तपाः | तपस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तत्र | तत्र | pos=i |
आश्रम | आश्रम | pos=n,comp=y |
पदम् | पद | pos=n,g=n,c=2,n=s |
पुण्यम् | पुण्य | pos=a,g=n,c=2,n=s |
ददर्श | दृश् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
पितुः | पितृ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
उत्तमम् | उत्तम | pos=a,g=n,c=2,n=s |
आरणेयो | आरणेय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
विशुद्ध | विशुध् | pos=va,comp=y,f=part |
आत्मा | आत्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
नभसि | नभस् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
इव | इव | pos=i |
दिवाकरः | दिवाकर | pos=n,g=m,c=1,n=s |