महाभारतम् — 12.314.11
Original
Segmented
अथ देव-गणम् सर्वम् सम्भ्रम्-इन्द्रिय-मानसम् अपश्यद् भगवान् विष्णुः क्षिप्तम् स असुर-राक्षसम् किम् नु अत्र सुकृतम् कार्यम् भवेद् इति विचिन्तयन्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अथ | अथ | pos=i |
देव | देव | pos=n,comp=y |
गणम् | गण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
सर्वम् | सर्व | pos=n,g=m,c=2,n=s |
सम्भ्रम् | सम्भ्रम् | pos=va,comp=y,f=part |
इन्द्रिय | इन्द्रिय | pos=n,comp=y |
मानसम् | मानस | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अपश्यद् | पश् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
भगवान् | भगवन्त् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
विष्णुः | विष्णु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
क्षिप्तम् | क्षिप् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
स | स | pos=i |
असुर | असुर | pos=n,comp=y |
राक्षसम् | राक्षस | pos=n,g=m,c=2,n=s |
किम् | क | pos=n,g=n,c=1,n=s |
नु | नु | pos=i |
अत्र | अत्र | pos=i |
सुकृतम् | सुकृत | pos=n,g=n,c=1,n=s |
कार्यम् | कृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
भवेद् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
इति | इति | pos=i |
विचिन्तयन् | विचिन्तय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |