Original

मोक्षधर्मेषु कुशलो भगवान्प्रब्रवीतु मे ।यथा मे मनसः शान्तिः परमा संभवेत्प्रभो ॥ २ ॥

Segmented

मोक्ष-धर्मेषु कुशलो भगवान् प्रब्रवीतु मे यथा मे मनसः शान्तिः परमा सम्भवेत् प्रभो

Analysis

Word Lemma Parse
मोक्ष मोक्ष pos=n,comp=y
धर्मेषु धर्म pos=n,g=m,c=7,n=p
कुशलो कुशल pos=a,g=m,c=1,n=s
भगवान् भगवत् pos=a,g=m,c=1,n=s
प्रब्रवीतु प्रब्रू pos=v,p=3,n=s,l=lot
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
यथा यथा pos=i
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
मनसः मनस् pos=n,g=n,c=6,n=s
शान्तिः शान्ति pos=n,g=f,c=1,n=s
परमा परम pos=a,g=f,c=1,n=s
सम्भवेत् सम्भू pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin
प्रभो प्रभु pos=a,g=m,c=8,n=s