महाभारतम् — 12.310.9
Original
Segmented
अश्वमेध-सहस्रस्य वाजपेय-शतस्य च योगस्य कलया तात न तुल्यम् विद्यते फलम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अश्वमेध | अश्वमेध | pos=n,comp=y |
सहस्रस्य | सहस्र | pos=n,g=n,c=6,n=s |
वाजपेय | वाजपेय | pos=n,comp=y |
शतस्य | शत | pos=n,g=n,c=6,n=s |
च | च | pos=i |
योगस्य | योग | pos=n,g=m,c=6,n=s |
कलया | कला | pos=n,g=f,c=3,n=s |
तात | तात | pos=n,g=m,c=8,n=s |
न | न | pos=i |
तुल्यम् | तुल्य | pos=a,g=n,c=1,n=s |
विद्यते | विद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
फलम् | फल | pos=n,g=n,c=1,n=s |