महाभारतम् — 12.31.8
Original
Segmented
ततो ऽहम् अब्रुवम् राजन् पर्वतम् शुभ-दर्शनम् सर्वम् एतत् त्वयि विभो भागिनेयैः उपपद्यते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ततो | ततस् | pos=i |
ऽहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
अब्रुवम् | ब्रू | pos=v,p=1,n=s,l=lan |
राजन् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
पर्वतम् | पर्वत | pos=n,g=m,c=2,n=s |
शुभ | शुभ | pos=a,comp=y |
दर्शनम् | दर्शन | pos=n,g=m,c=2,n=s |
सर्वम् | सर्व | pos=n,g=n,c=1,n=s |
एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
त्वयि | त्वद् | pos=n,g=,c=7,n=s |
विभो | विभु | pos=a,g=m,c=8,n=s |
भागिनेयैः | भागिनेय | pos=n,g=m,c=8,n=s |
उपपद्यते | उपपद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |