महाभारतम् — 12.31.16
Original
Segmented
पर्वत उवाच भविष्यति एष ते कामो न तु आयुष्मान् भविष्यति देवराज-अभिभूति-अर्थम् संकल्पो हि एष ते हृदि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
पर्वत | पर्वत | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
भविष्यति | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
एष | एतद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
कामो | काम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
तु | तु | pos=i |
आयुष्मान् | आयुष्मत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
भविष्यति | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
देवराज | देवराज | pos=n,comp=y |
अभिभूति | अभिभूति | pos=n,comp=y |
अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
संकल्पो | संकल्प | pos=n,g=m,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
एष | एतद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
हृदि | हृद् | pos=n,g=n,c=7,n=s |