Original

पश्य त्वं छिद्रभूतं हि जीवलोकं स्वकर्मणा ।तत्कुरुष्व तथा पुत्र कृत्स्नं यत्समुदाहृतम् ॥ ८८ ॥

Segmented

पश्य त्वम् छिद्र-भूतम् हि जीव-लोकम् स्व-कर्मणा तत् कुरुष्व तथा पुत्र कृत्स्नम् यत् समुदाहृतम्

Analysis

Word Lemma Parse
पश्य पश् pos=v,p=2,n=s,l=lot
त्वम् त्वद् pos=n,g=,c=1,n=s
छिद्र छिद्र pos=n,comp=y
भूतम् भू pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
हि हि pos=i
जीव जीव pos=n,comp=y
लोकम् लोक pos=n,g=m,c=2,n=s
स्व स्व pos=a,comp=y
कर्मणा कर्मन् pos=n,g=n,c=3,n=s
तत् तद् pos=n,g=n,c=2,n=s
कुरुष्व कृ pos=v,p=2,n=s,l=lot
तथा तथा pos=i
पुत्र पुत्र pos=n,g=m,c=8,n=s
कृत्स्नम् कृत्स्न pos=a,g=n,c=1,n=s
यत् यद् pos=n,g=n,c=1,n=s
समुदाहृतम् समुदाहृ pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part