महाभारतम् — 12.309.7
Original
Segmented
अप्रमत्तेषु जाग्रत्सु नित्य-युक्तेषु शत्रुषु अन्तरम् लिप्समानेषु बालः त्वम् न अवबुध्यसे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अप्रमत्तेषु | अप्रमत्त | pos=a,g=m,c=7,n=p |
जाग्रत्सु | जागृ | pos=va,g=m,c=7,n=p,f=part |
नित्य | नित्य | pos=a,comp=y |
युक्तेषु | युज् | pos=va,g=m,c=7,n=p,f=part |
शत्रुषु | शत्रु | pos=n,g=m,c=7,n=p |
अन्तरम् | अन्तर | pos=n,g=n,c=2,n=s |
लिप्समानेषु | लिप्स् | pos=va,g=m,c=7,n=p,f=part |
बालः | बाल | pos=a,g=m,c=1,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
अवबुध्यसे | अवबुध् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |