महाभारतम् — 12.309.59
Original
Segmented
यथा इह यत् कृतम् शुभम् विपाप्मभिः कृतात्मभिः तद् आप्नुवन्ति मानवाः तथा विशुद्ध-योनयः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यथा | यथा | pos=i |
इह | इह | pos=i |
यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
कृतम् | कृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
शुभम् | शुभ | pos=a,g=n,c=1,n=s |
विपाप्मभिः | विपाप्मन् | pos=a,g=m,c=3,n=p |
कृतात्मभिः | कृतात्मन् | pos=a,g=m,c=3,n=p |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
आप्नुवन्ति | आप् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
मानवाः | मानव | pos=n,g=m,c=1,n=p |
तथा | तथा | pos=i |
विशुद्ध | विशुध् | pos=va,comp=y,f=part |
योनयः | योनि | pos=n,g=m,c=1,n=p |