महाभारतम् — 12.309.55
Original
Segmented
यथा अनिशेषु सर्वतस् स्पृः सर्वदा अरिषु प्रकाश-गूढ-वृत्तिषु स्वधर्मम् एव पालय
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यथा | यथा | pos=i |
अनिशेषु | अनिश | pos=a,g=m,c=7,n=p |
सर्वतस् | सर्वतस् | pos=i |
स्पृः | स्पृश् | pos=va,g=m,c=7,n=p,f=part |
सर्वदा | सर्वदा | pos=i |
अरिषु | अरि | pos=n,g=m,c=7,n=p |
प्रकाश | प्रकाश | pos=a,comp=y |
गूढ | गुह् | pos=va,comp=y,f=part |
वृत्तिषु | वृत्ति | pos=n,g=m,c=7,n=p |
स्वधर्मम् | स्वधर्म | pos=n,g=m,c=2,n=s |
एव | एव | pos=i |
पालय | पालय् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |