महाभारतम् — 12.309.51
Original
Segmented
हिरण्य-रत्न-संचयाः शुभ-अशुभेन संचिताः न तस्य देह-संक्षये भवन्ति कार्य-साधकाः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
हिरण्य | हिरण्य | pos=n,comp=y |
रत्न | रत्न | pos=n,comp=y |
संचयाः | संचय | pos=n,g=m,c=1,n=p |
शुभ | शुभ | pos=n,comp=y |
अशुभेन | अशुभ | pos=n,g=n,c=3,n=s |
संचिताः | संचि | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
न | न | pos=i |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
देह | देह | pos=n,comp=y |
संक्षये | संक्षय | pos=n,g=m,c=7,n=s |
भवन्ति | भू | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
कार्य | कार्य | pos=n,comp=y |
साधकाः | साधक | pos=a,g=m,c=1,n=p |