Original

सा प्राप्य मिथिलां रम्यां समृद्धजनसंकुलाम् ।भैक्षचर्यापदेशेन ददर्श मिथिलेश्वरम् ॥ १२ ॥

Segmented

सा प्राप्य मिथिलाम् रम्याम् समृद्ध-जन-संकुलाम् भैक्ष-चर्या-अपदेशेन ददर्श मिथिला-ईश्वरम्

Analysis

Word Lemma Parse
सा तद् pos=n,g=f,c=1,n=s
प्राप्य प्राप् pos=vi
मिथिलाम् मिथिला pos=n,g=f,c=2,n=s
रम्याम् रम्य pos=a,g=f,c=2,n=s
समृद्ध समृध् pos=va,comp=y,f=part
जन जन pos=n,comp=y
संकुलाम् संकुल pos=a,g=f,c=2,n=s
भैक्ष भैक्ष pos=n,comp=y
चर्या चर्या pos=n,comp=y
अपदेशेन अपदेश pos=n,g=m,c=3,n=s
ददर्श दृश् pos=v,p=3,n=s,l=lit
मिथिला मिथिला pos=n,comp=y
ईश्वरम् ईश्वर pos=n,g=m,c=2,n=s