महाभारतम् — 12.306.108
Original
Segmented
उपनिषदम् उपाकरोत् तदा वै जनक-नृपस्य पुरा हि याज्ञवल्क्यः यद् उपगणय्-शाश्वत-अव्ययम् तत् शुभम् अमृत-त्वम् अशोकम् ऋच्छति इति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
उपनिषदम् | उपनिषद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
उपाकरोत् | उपाकृ | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
तदा | तदा | pos=i |
वै | वै | pos=i |
जनक | जनक | pos=n,comp=y |
नृपस्य | नृप | pos=n,g=m,c=6,n=s |
पुरा | पुरा | pos=i |
हि | हि | pos=i |
याज्ञवल्क्यः | याज्ञवल्क्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
यद् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
उपगणय् | उपगणय् | pos=va,comp=y,f=part |
शाश्वत | शाश्वत | pos=a,comp=y |
अव्ययम् | अव्यय | pos=a,g=n,c=1,n=s |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
शुभम् | शुभ | pos=a,g=n,c=2,n=s |
अमृत | अमृत | pos=a,comp=y |
त्वम् | त्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अशोकम् | अशोक | pos=a,g=n,c=2,n=s |
ऋच्छति | ऋछ् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
इति | इति | pos=i |