Original

तस्मादुपासस्व परं महच्छुचि शिवं विमोक्षं विमलं पवित्रम् ।क्षेत्रज्ञवित्पार्थिव ज्ञानयज्ञमुपास्य वै तत्त्वमृषिर्भविष्यसि ॥ १०७ ॥

Segmented

तस्माद् उपासस्व परम् महत् शुचि शिवम् विमोक्षम् विमलम् पवित्रम् क्षेत्रज्ञ-विद् पार्थिव ज्ञान-यज्ञम् उपास्य वै तत्त्वम् ऋषिः भविष्यसि

Analysis

Word Lemma Parse
तस्माद् तस्मात् pos=i
उपासस्व उपास् pos=v,p=2,n=s,l=lot
परम् पर pos=n,g=n,c=2,n=s
महत् महत् pos=a,g=n,c=2,n=s
शुचि शुचि pos=a,g=n,c=2,n=s
शिवम् शिव pos=a,g=n,c=2,n=s
विमोक्षम् विमोक्ष pos=n,g=m,c=2,n=s
विमलम् विमल pos=a,g=n,c=2,n=s
पवित्रम् पवित्र pos=n,g=n,c=2,n=s
क्षेत्रज्ञ क्षेत्रज्ञ pos=n,comp=y
विद् विद् pos=a,g=m,c=1,n=s
पार्थिव पार्थिव pos=n,g=m,c=8,n=s
ज्ञान ज्ञान pos=n,comp=y
यज्ञम् यज्ञ pos=n,g=m,c=2,n=s
उपास्य उपास् pos=vi
वै वै pos=i
तत्त्वम् तत्त्व pos=n,g=n,c=2,n=s
ऋषिः ऋषि pos=n,g=m,c=1,n=s
भविष्यसि भू pos=v,p=2,n=s,l=lrt