महाभारतम् — 12.306.105
Original
Segmented
एतत् मया आप्तम् जनकात् पुरस्तात् तेन अपि च आप्तम् नृप याज्ञवल्क्यात् ज्ञानम् विशिष्टम् न तथा हि यज्ञा ज्ञानेन दुर्गम् तरते न यज्ञैः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
आप्तम् | आप् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
जनकात् | जनक | pos=n,g=m,c=5,n=s |
पुरस्तात् | पुरस्तात् | pos=i |
तेन | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
च | च | pos=i |
आप्तम् | आप् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
नृप | नृप | pos=n,g=m,c=8,n=s |
याज्ञवल्क्यात् | याज्ञवल्क्य | pos=n,g=m,c=5,n=s |
ज्ञानम् | ज्ञान | pos=n,g=n,c=1,n=s |
विशिष्टम् | विशिष् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
न | न | pos=i |
तथा | तथा | pos=i |
हि | हि | pos=i |
यज्ञा | यज्ञ | pos=n,g=m,c=1,n=p |
ज्ञानेन | ज्ञान | pos=n,g=n,c=3,n=s |
दुर्गम् | दुर्ग | pos=n,g=n,c=2,n=s |
तरते | तृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
न | न | pos=i |
यज्ञैः | यज्ञ | pos=n,g=m,c=3,n=p |