महाभारतम् — 12.306.101
Original
Segmented
यस्य अव्यक्तम् न विदितम् स गुणम् निर्गुणम् पुनः तेन तीर्थानि यज्ञाः च सेवितव्याः अविपश्चित्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यस्य | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
अव्यक्तम् | अव्यक्त | pos=n,g=n,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
विदितम् | विद् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
स | स | pos=i |
गुणम् | गुण | pos=n,g=n,c=1,n=s |
निर्गुणम् | निर्गुण | pos=a,g=n,c=1,n=s |
पुनः | पुनर् | pos=i |
तेन | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
तीर्थानि | तीर्थ | pos=n,g=n,c=1,n=p |
यज्ञाः | यज्ञ | pos=n,g=m,c=1,n=p |
च | च | pos=i |
सेवितव्याः | सेव् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=krtya |
अविपश्चित् | अविपश्चित् | pos=a,g=m,c=3,n=s |