महाभारतम् — 12.304.6
Original
Segmented
यावत् हि प्रलयः तात सूक्ष्मेण अष्टगुणेन वै योगेन लोकान् विचरन् सुखम् संन्यस्य च अनघ
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यावत् | यावत् | pos=i |
हि | हि | pos=i |
प्रलयः | प्रलय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तात | तात | pos=n,g=m,c=8,n=s |
सूक्ष्मेण | सूक्ष्म | pos=a,g=m,c=3,n=s |
अष्टगुणेन | अष्टगुण | pos=a,g=m,c=3,n=s |
वै | वै | pos=i |
योगेन | योग | pos=n,g=m,c=3,n=s |
लोकान् | लोक | pos=n,g=m,c=2,n=p |
विचरन् | विचर् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
सुखम् | सुख | pos=n,g=n,c=2,n=s |
संन्यस्य | संन्यस् | pos=vi |
च | च | pos=i |
अनघ | अनघ | pos=a,g=m,c=8,n=s |