महाभारतम् — 12.30.8
Original
Segmented
प्रीतिमन्तौ मुदा युक्तौ समयम् तत्र चक्रतुः यो भवेत् हृदि संकल्पः शुभो वा यदि वा अशुभः अन्योन्यस्य स आख्येयो मृषा शापो ऽन्यथा भवेत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
प्रीतिमन्तौ | प्रीतिमत् | pos=a,g=m,c=1,n=d |
मुदा | मुद् | pos=n,g=f,c=3,n=s |
युक्तौ | युज् | pos=va,g=m,c=1,n=d,f=part |
समयम् | समय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
तत्र | तत्र | pos=i |
चक्रतुः | कृ | pos=v,p=3,n=d,l=lit |
यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
भवेत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
हृदि | हृद् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
संकल्पः | संकल्प | pos=n,g=m,c=1,n=s |
शुभो | शुभ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
वा | वा | pos=i |
यदि | यदि | pos=i |
वा | वा | pos=i |
अशुभः | अशुभ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
अन्योन्यस्य | अन्योन्य | pos=n,g=m,c=6,n=s |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
आख्येयो | आख्या | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=krtya |
मृषा | मृषा | pos=i |
शापो | शाप | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽन्यथा | अन्यथा | pos=i |
भवेत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |