महाभारतम् — 12.296.21
Original
Segmented
एष हि अप्रतिबुद्धः च बुध्यमानः च ते ऽनघ प्रोक्तो बुद्धः च तत्त्वेन यथाश्रुति निदर्शनात् नानात्व-एकत्वम् एतावद् द्रष्टव्यम् शास्त्र-दृष्टिन्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
एष | एतद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
अप्रतिबुद्धः | अप्रतिबुद्ध | pos=a,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
बुध्यमानः | बुध् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
च | च | pos=i |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
ऽनघ | अनघ | pos=a,g=m,c=8,n=s |
प्रोक्तो | प्रवच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
बुद्धः | बुध् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
च | च | pos=i |
तत्त्वेन | तत्त्व | pos=n,g=n,c=3,n=s |
यथाश्रुति | यथाश्रुति | pos=i |
निदर्शनात् | निदर्शन | pos=n,g=n,c=5,n=s |
नानात्व | नानात्व | pos=n,comp=y |
एकत्वम् | एकत्व | pos=n,g=n,c=1,n=s |
एतावद् | एतावत् | pos=a,g=n,c=1,n=s |
द्रष्टव्यम् | दृश् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
शास्त्र | शास्त्र | pos=n,comp=y |
दृष्टिन् | दृष्टिन् | pos=a,g=m,c=3,n=p |