महाभारतम् — 12.295.34
Original
Segmented
ततो ऽस्मि बहु-रूपासु स्थितो मूर्तीषु अमूर्तिमत् अमूर्तः च अपि मूर्छ्-आत्मा ममत्वेन प्रधर्षितः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ततो | ततस् | pos=i |
ऽस्मि | अस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
बहु | बहु | pos=a,comp=y |
रूपासु | रूप | pos=n,g=f,c=7,n=p |
स्थितो | स्था | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
मूर्तीषु | मूर्ति | pos=n,g=f,c=7,n=p |
अमूर्तिमत् | अमूर्तिमत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
अमूर्तः | अमूर्त | pos=a,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
मूर्छ् | मूर्छ् | pos=va,comp=y,f=part |
आत्मा | आत्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ममत्वेन | ममत्व | pos=n,g=n,c=3,n=s |
प्रधर्षितः | प्रधर्षय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |