Original

एवमेव च क्षेत्रज्ञः क्षेत्रज्ञानपरिक्षये ।प्रकृत्या निर्गुणस्त्वेष इत्येवमनुशुश्रुम ॥ १८ ॥

Segmented

एवम् एव च क्षेत्रज्ञः क्षेत्र-ज्ञान-परिक्षये प्रकृत्या निर्गुणः तु एष इति एवम् अनुशुश्रुम

Analysis

Word Lemma Parse
एवम् एवम् pos=i
एव एव pos=i
pos=i
क्षेत्रज्ञः क्षेत्रज्ञ pos=n,g=m,c=1,n=s
क्षेत्र क्षेत्र pos=n,comp=y
ज्ञान ज्ञान pos=n,comp=y
परिक्षये परिक्षय pos=n,g=m,c=7,n=s
प्रकृत्या प्रकृति pos=n,g=f,c=3,n=s
निर्गुणः निर्गुण pos=a,g=m,c=1,n=s
तु तु pos=i
एष एतद् pos=n,g=m,c=1,n=s
इति इति pos=i
एवम् एवम् pos=i
अनुशुश्रुम अनुश्रु pos=v,p=1,n=p,l=lit