Original

वसिष्ठ उवाच ।हन्त ते संप्रवक्ष्यामि यदेतदनुपृच्छसि ।योगकृत्यं महाराज पृथगेव शृणुष्व मे ॥ ६ ॥

Segmented

वसिष्ठ उवाच हन्त ते सम्प्रवक्ष्यामि यद् एतद् अनुपृच्छसि योग-कृत्यम् महा-राज पृथग् एव शृणुष्व मे

Analysis

Word Lemma Parse
वसिष्ठ वसिष्ठ pos=n,g=m,c=1,n=s
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
हन्त हन्त pos=i
ते त्वद् pos=n,g=,c=4,n=s
सम्प्रवक्ष्यामि सम्प्रवच् pos=v,p=1,n=s,l=lrt
यद् यद् pos=n,g=n,c=2,n=s
एतद् एतद् pos=n,g=n,c=2,n=s
अनुपृच्छसि अनुप्रछ् pos=v,p=2,n=s,l=lat
योग योग pos=n,comp=y
कृत्यम् कृत्य pos=n,g=n,c=2,n=s
महा महत् pos=a,comp=y
राज राज pos=n,g=m,c=8,n=s
पृथग् पृथक् pos=i
एव एव pos=i
शृणुष्व श्रु pos=v,p=2,n=s,l=lot
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s