महाभारतम् — 12.294.33
Original
Segmented
सर्ग-प्रलयः एतावान् प्रकृतेः नृप-सत्तम एकत्वम् प्रलये च अस्य बहु-त्वम् च यदा सृजत् एवम् एव च राज-इन्द्र विज्ञेयम् ज्ञेय-चिन्तकैः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सर्ग | सर्ग | pos=n,comp=y |
प्रलयः | प्रलय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
एतावान् | एतावत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
प्रकृतेः | प्रकृति | pos=n,g=f,c=6,n=s |
नृप | नृप | pos=n,comp=y |
सत्तम | सत्तम | pos=a,g=m,c=8,n=s |
एकत्वम् | एकत्व | pos=n,g=n,c=1,n=s |
प्रलये | प्रलय | pos=n,g=m,c=7,n=s |
च | च | pos=i |
अस्य | इदम् | pos=n,g=n,c=6,n=s |
बहु | बहु | pos=a,comp=y |
त्वम् | त्व | pos=n,g=n,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
यदा | यदा | pos=i |
सृजत् | सृज् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
एवम् | एवम् | pos=i |
एव | एव | pos=i |
च | च | pos=i |
राज | राजन् | pos=n,comp=y |
इन्द्र | इन्द्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |
विज्ञेयम् | विज्ञा | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
ज्ञेय | ज्ञा | pos=va,comp=y,f=krtya |
चिन्तकैः | चिन्तक | pos=a,g=m,c=3,n=p |