Original

अलिङ्गां प्रकृतिं त्वाहुर्लिङ्गैरनुमिमीमहे ।तथैव पौरुषं लिङ्गमनुमानाद्धि पश्यति ॥ ४२ ॥

Segmented

अलिङ्गाम् प्रकृतिम् तु आहुः लिङ्गैः अनुमिमीमहे तथा एव पौरुषम् लिङ्गम् अनुमानतः हि पश्यति

Analysis

Word Lemma Parse
अलिङ्गाम् अलिङ्ग pos=a,g=f,c=2,n=s
प्रकृतिम् प्रकृति pos=n,g=f,c=2,n=s
तु तु pos=i
आहुः अह् pos=v,p=3,n=p,l=lit
लिङ्गैः लिङ्ग pos=n,g=n,c=3,n=p
अनुमिमीमहे अनुमा pos=v,p=1,n=p,l=lat
तथा तथा pos=i
एव एव pos=i
पौरुषम् पौरुष pos=a,g=n,c=2,n=s
लिङ्गम् लिङ्ग pos=n,g=n,c=2,n=s
अनुमानतः अनुमान pos=n,g=n,c=5,n=s
हि हि pos=i
पश्यति दृश् pos=v,p=3,n=s,l=lat