महाभारतम् — 12.292.2
Original
Segmented
तिर्यग्योनि-सहस्रेषु कदाचिद् देवतासु अपि उपपद्यति संयोगाद् गुणैः सह गुण-क्षयतः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तिर्यग्योनि | तिर्यग्योनि | pos=n,comp=y |
सहस्रेषु | सहस्र | pos=n,g=n,c=7,n=p |
कदाचिद् | कदाचिद् | pos=i |
देवतासु | देवता | pos=n,g=f,c=7,n=p |
अपि | अपि | pos=i |
उपपद्यति | उपपद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
संयोगाद् | संयोग | pos=n,g=m,c=5,n=s |
गुणैः | गुण | pos=n,g=m,c=3,n=p |
सह | सह | pos=i |
गुण | गुण | pos=n,comp=y |
क्षयतः | क्षय | pos=n,g=m,c=5,n=s |