महाभारतम् — 12.289.51
Original
Segmented
यथा कश्चिद् वनम् घोरम् बहु-सर्प-सरीसृपम् श्वभ्रवत् तोय-हीनम् च दुर्गमम् बहु-कण्टकम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यथा | यथा | pos=i |
कश्चिद् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
वनम् | वन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
घोरम् | घोर | pos=a,g=n,c=2,n=s |
बहु | बहु | pos=a,comp=y |
सर्प | सर्प | pos=n,comp=y |
सरीसृपम् | सरीसृप | pos=n,g=n,c=2,n=s |
श्वभ्रवत् | श्वभ्रवत् | pos=a,g=n,c=2,n=s |
तोय | तोय | pos=n,comp=y |
हीनम् | हा | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
च | च | pos=i |
दुर्गमम् | दुर्गम | pos=a,g=n,c=2,n=s |
बहु | बहु | pos=a,comp=y |
कण्टकम् | कण्टक | pos=n,g=n,c=2,n=s |