Original

अरतिं दुर्जयां चैव घोरां तृष्णां च पार्थिव ।स्पर्शान्सर्वांस्तथा तन्द्रीं दुर्जयां नृपसत्तम ॥ ४८ ॥

Segmented

अरतिम् दुर्जयाम् च एव घोराम् तृष्णाम् च पार्थिव स्पर्शान् सर्वान् तथा तन्द्रीम् दुर्जयाम् नृप-सत्तम

Analysis

Word Lemma Parse
अरतिम् अरति pos=n,g=f,c=2,n=s
दुर्जयाम् दुर्जय pos=a,g=f,c=2,n=s
pos=i
एव एव pos=i
घोराम् घोर pos=a,g=f,c=2,n=s
तृष्णाम् तृष्णा pos=n,g=f,c=2,n=s
pos=i
पार्थिव पार्थिव pos=n,g=m,c=8,n=s
स्पर्शान् स्पर्श pos=n,g=m,c=2,n=p
सर्वान् सर्व pos=n,g=m,c=2,n=p
तथा तथा pos=i
तन्द्रीम् तन्द्रा pos=n,g=f,c=2,n=s
दुर्जयाम् दुर्जय pos=a,g=f,c=2,n=s
नृप नृप pos=n,comp=y
सत्तम सत्तम pos=a,g=m,c=8,n=s