महाभारतम् — 12.289.3
Original
Segmented
अनीश्वरः कथम् मुच्येद् इति एवम् शत्रु-कर्शनैः वदन्ति कारणैः श्रैष्ठ्यम् योगाः सम्यङ् मनीषिणः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अनीश्वरः | अनीश्वर | pos=a,g=m,c=1,n=s |
कथम् | कथम् | pos=i |
मुच्येद् | मुच् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
इति | इति | pos=i |
एवम् | एवम् | pos=i |
शत्रु | शत्रु | pos=n,comp=y |
कर्शनैः | कर्शन | pos=a,g=m,c=8,n=s |
वदन्ति | वद् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
कारणैः | कारण | pos=n,g=n,c=3,n=p |
श्रैष्ठ्यम् | श्रैष्ठ्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
योगाः | योग | pos=n,g=m,c=1,n=p |
सम्यङ् | सम्यक् | pos=i |
मनीषिणः | मनीषिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |