Original

युधिष्ठिर उवाच ।यदि तुल्यं व्रतं शौचं दया चात्र पितामह ।तुल्यं न दर्शनं कस्मात्तन्मे ब्रूहि पितामह ॥ १० ॥

Segmented

युधिष्ठिर उवाच यदि तुल्यम् व्रतम् शौचम् दया च अत्र पितामह तुल्यम् न दर्शनम् कस्मात् तत् मे ब्रूहि पितामह

Analysis

Word Lemma Parse
युधिष्ठिर युधिष्ठिर pos=n,g=m,c=1,n=s
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
यदि यदि pos=i
तुल्यम् तुल्य pos=a,g=n,c=1,n=s
व्रतम् व्रत pos=n,g=n,c=1,n=s
शौचम् शौच pos=n,g=n,c=1,n=s
दया दया pos=n,g=f,c=1,n=s
pos=i
अत्र अत्र pos=i
पितामह पितामह pos=n,g=m,c=8,n=s
तुल्यम् तुल्य pos=a,g=n,c=1,n=s
pos=i
दर्शनम् दर्शन pos=n,g=n,c=1,n=s
कस्मात् कस्मात् pos=i
तत् तद् pos=n,g=n,c=2,n=s
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
ब्रूहि ब्रू pos=v,p=2,n=s,l=lot
पितामह पितामह pos=n,g=m,c=8,n=s