महाभारतम् — 12.288.40
Original
Segmented
हंस उवाच अज्ञानेन आवृतः लोको मात्सर्यात् न प्रकाशते लोभात् त्यजति मित्राणि सङ्गात् स्वर्गम् न गच्छति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
हंस | हंस | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
अज्ञानेन | अज्ञान | pos=n,g=n,c=3,n=s |
आवृतः | आवृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
लोको | लोक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
मात्सर्यात् | मात्सर्य | pos=n,g=n,c=5,n=s |
न | न | pos=i |
प्रकाशते | प्रकाश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
लोभात् | लोभ | pos=n,g=m,c=5,n=s |
त्यजति | त्यज् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
मित्राणि | मित्र | pos=n,g=n,c=2,n=p |
सङ्गात् | सङ्ग | pos=n,g=m,c=5,n=s |
स्वर्गम् | स्वर्ग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
गच्छति | गम् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |