महाभारतम् — 12.287.14
Original
Segmented
जहाति दारान् इहते न सत्-अश्व-यानम् विविधाः च विविधाश्च याः त्रिविष्टपे जात-मतिः यदा नरस् तदा अस्य बुद्धिः विषयेषु भिद्यते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
जहाति | हा | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
दारान् | दार | pos=n,g=m,c=2,n=p |
इहते | न | pos=i |
न | सम्पद् | pos=n,g=f,c=2,n=p |
सत् | सत् | pos=a,comp=y |
अश्व | अश्व | pos=n,comp=y |
यानम् | यान | pos=n,g=n,c=2,n=s |
विविधाः | विविध | pos=a,g=f,c=1,n=p |
च | च | pos=i |
विविधाश्च | यद् | pos=n,g=f,c=1,n=p |
याः | क्रिया | pos=n,g=f,c=1,n=p |
त्रिविष्टपे | त्रिविष्टप | pos=n,g=n,c=7,n=s |
जात | जन् | pos=va,comp=y,f=part |
मतिः | मति | pos=n,g=m,c=1,n=s |
यदा | यदा | pos=i |
नरस् | नर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तदा | तदा | pos=i |
अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
बुद्धिः | बुद्धि | pos=n,g=f,c=1,n=s |
विषयेषु | विषय | pos=n,g=m,c=7,n=p |
भिद्यते | भिद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |