Original

जनक उवाच ।विशेषधर्मान्वर्णानां प्रब्रूहि भगवन्मम ।तथा सामान्यधर्मांश्च सर्वत्र कुशलो ह्यसि ॥ १९ ॥

Segmented

जनक उवाच विशेष-धर्मान् वर्णानाम् प्रब्रूहि भगवन् मे तथा सामान्य-धर्मान् च सर्वत्र कुशलो हि असि

Analysis

Word Lemma Parse
जनक जनक pos=n,g=m,c=1,n=s
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
विशेष विशेष pos=n,comp=y
धर्मान् धर्म pos=n,g=m,c=2,n=p
वर्णानाम् वर्ण pos=n,g=m,c=6,n=p
प्रब्रूहि प्रब्रू pos=v,p=2,n=s,l=lot
भगवन् भगवत् pos=a,g=m,c=8,n=s
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
तथा तथा pos=i
सामान्य सामान्य pos=a,comp=y
धर्मान् धर्म pos=n,g=m,c=2,n=p
pos=i
सर्वत्र सर्वत्र pos=i
कुशलो कुशल pos=a,g=m,c=1,n=s
हि हि pos=i
असि अस् pos=v,p=2,n=s,l=lat