महाभारतम् — 12.284.9
Original
Segmented
ततो मानेन सम्पन्नो रक्षन्न् आत्म-पराजयम् करोति येन भोगी स्याम् इति तस्माद् विनश्यति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ततो | ततस् | pos=i |
मानेन | मान | pos=n,g=m,c=3,n=s |
सम्पन्नो | सम्पद् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
रक्षन्न् | रक्ष् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
आत्म | आत्मन् | pos=n,comp=y |
पराजयम् | पराजय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
करोति | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
येन | येन | pos=i |
भोगी | भोगिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
स्याम् | अस् | pos=v,p=1,n=s,l=vidhilin |
इति | इति | pos=i |
तस्माद् | तस्मात् | pos=i |
विनश्यति | विनश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |