महाभारतम् — 12.284.2
Original
Segmented
प्रायेण हि गृहस्थस्य ममत्वम् नाम जायते सङ्ग-आगतम् नर-श्रेष्ठ भावैः तामस-राजसैः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
प्रायेण | प्रायेण | pos=i |
हि | हि | pos=i |
गृहस्थस्य | गृहस्थ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
ममत्वम् | ममत्व | pos=n,g=n,c=1,n=s |
नाम | नाम | pos=i |
जायते | जन् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
सङ्ग | सङ्ग | pos=n,comp=y |
आगतम् | आगम् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
नर | नर | pos=n,comp=y |
श्रेष्ठ | श्रेष्ठ | pos=a,g=m,c=8,n=s |
भावैः | भाव | pos=n,g=m,c=3,n=p |
तामस | तामस | pos=a,comp=y |
राजसैः | राजस | pos=a,g=m,c=3,n=p |