महाभारतम् — 12.284.13
Original
Segmented
दुर्लभो हि मनुष्य-इन्द्र नरः प्रत्यवमर्शवान् यो वै प्रिय-सुखे क्षीणे तपः कर्तुम् व्यवस्यति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
दुर्लभो | दुर्लभ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
मनुष्य | मनुष्य | pos=n,comp=y |
इन्द्र | इन्द्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |
नरः | नर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
प्रत्यवमर्शवान् | प्रत्यवमर्शवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
वै | वै | pos=i |
प्रिय | प्रिय | pos=a,comp=y |
सुखे | सुख | pos=a,g=n,c=7,n=s |
क्षीणे | क्षि | pos=va,g=n,c=7,n=s,f=part |
तपः | तपस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
कर्तुम् | कृ | pos=vi |
व्यवस्यति | व्यवसा | pos=v,p=3,n=s,l=lat |