महाभारतम् — 12.283.27
Original
Segmented
तस्माद् गुणेषु रज्येथा मा दोषेषु कदाचन निर्गुणो यो हि दुर्बुद्धिः आत्मनः सो ऽरिः उच्यते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तस्माद् | तस्मात् | pos=i |
गुणेषु | गुण | pos=n,g=m,c=7,n=p |
रज्येथा | रञ्ज् | pos=v,p=2,n=s,l=vidhilin |
मा | मा | pos=i |
दोषेषु | दोष | pos=n,g=m,c=7,n=p |
कदाचन | कदाचन | pos=i |
निर्गुणो | निर्गुण | pos=a,g=m,c=1,n=s |
यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
दुर्बुद्धिः | दुर्बुद्धि | pos=a,g=m,c=1,n=s |
आत्मनः | आत्मन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
सो | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽरिः | अरि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उच्यते | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |