महाभारतम् — 12.282.8
Original
Segmented
धर्माद् अपेतम् यत् कर्म यदि अपि स्यात् महा-फलम् न तत् सेवेत मेधावी न तत् हितम् इह उच्यते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
धर्माद् | धर्म | pos=n,g=m,c=5,n=s |
अपेतम् | अपे | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
यत् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
कर्म | कर्मन् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
यदि | यदि | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
स्यात् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
फलम् | फल | pos=n,g=n,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
सेवेत | सेव् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
मेधावी | मेधाविन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
हितम् | हित | pos=a,g=n,c=1,n=s |
इह | इह | pos=i |
उच्यते | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |