महाभारतम् — 12.282.12
Original
Segmented
अजिह्मैः अशठ-क्रोधैः हव्य-कव्य-प्रयोक्तृ शूद्रैः निर्मार्जनम् कार्यम् एवम् धर्मो न नश्यति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अजिह्मैः | अजिह्म | pos=a,g=m,c=3,n=p |
अशठ | अशठ | pos=a,comp=y |
क्रोधैः | क्रोध | pos=n,g=m,c=3,n=p |
हव्य | हव्य | pos=n,comp=y |
कव्य | कव्य | pos=n,comp=y |
प्रयोक्तृ | प्रयोक्तृ | pos=a,g=m,c=3,n=p |
शूद्रैः | शूद्र | pos=n,g=m,c=3,n=p |
निर्मार्जनम् | निर्मार्जन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
कार्यम् | कृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
एवम् | एवम् | pos=i |
धर्मो | धर्म | pos=n,g=m,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
नश्यति | नश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |