महाभारतम् — 12.281.19
Original
Segmented
ये ऽर्था धर्मेण ते सत्या ये ऽधर्मेण धिग् अस्तु तान् धर्मम् वै शाश्वतम् लोके न जह्याद् धन-काङ्क्षया
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
ऽर्था | अर्थ | pos=n,g=m,c=1,n=p |
धर्मेण | धर्म | pos=n,g=m,c=3,n=s |
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
सत्या | सत्य | pos=a,g=m,c=1,n=p |
ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
ऽधर्मेण | अधर्म | pos=n,g=m,c=3,n=s |
धिग् | धिक् | pos=i |
अस्तु | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
धर्मम् | धर्म | pos=n,g=m,c=2,n=s |
वै | वै | pos=i |
शाश्वतम् | शाश्वत | pos=a,g=m,c=2,n=s |
लोके | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
न | न | pos=i |
जह्याद् | हा | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
धन | धन | pos=n,comp=y |
काङ्क्षया | काङ्क्षा | pos=n,g=f,c=3,n=s |