महाभारतम् — 12.28.56
Original
Segmented
सम्यक् हि धर्मम् चरतो नृपस्य द्रव्याणि च अपि आहरतः यथावत् प्रवृत्त-चक्रस्य यशो ऽभिवर्धते सर्वेषु लोकेषु चर-अचरेषु
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सम्यक् | सम्यक् | pos=i |
हि | हि | pos=i |
धर्मम् | धर्म | pos=n,g=m,c=2,n=s |
चरतो | चर् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
नृपस्य | नृप | pos=n,g=m,c=6,n=s |
द्रव्याणि | द्रव्य | pos=n,g=n,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
आहरतः | आहृ | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
यथावत् | यथावत् | pos=i |
प्रवृत्त | प्रवृत् | pos=va,comp=y,f=part |
चक्रस्य | चक्र | pos=n,g=m,c=6,n=s |
यशो | यशस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
ऽभिवर्धते | अभिवृध् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
सर्वेषु | सर्व | pos=n,g=m,c=7,n=p |
लोकेषु | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=p |
चर | चर | pos=a,comp=y |
अचरेषु | अचर | pos=a,g=m,c=7,n=p |