महाभारतम् — 12.28.55
Original
Segmented
स यज्ञ-शीलः प्रजने निविष्टः प्राग् ब्रह्मचारी प्रविभज्-पक्षः आराधयन् स्वर्गम् इमम् च लोकम् परम् च मुक्त्वा हृदय-व्यलीकम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
यज्ञ | यज्ञ | pos=n,comp=y |
शीलः | शील | pos=n,g=m,c=1,n=s |
प्रजने | प्रजन | pos=n,g=m,c=7,n=s |
निविष्टः | निविश् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
प्राग् | प्राक् | pos=i |
ब्रह्मचारी | ब्रह्मचारिन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
प्रविभज् | प्रविभज् | pos=va,comp=y,f=part |
पक्षः | पक्ष | pos=n,g=m,c=1,n=s |
आराधयन् | आराधय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
स्वर्गम् | स्वर्ग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
इमम् | इदम् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
लोकम् | लोक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
परम् | पर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
मुक्त्वा | मुच् | pos=vi |
हृदय | हृदय | pos=n,comp=y |
व्यलीकम् | व्यलीक | pos=n,g=n,c=2,n=s |